कच्ची कॉलोनियों की रजिस्ट्री कराकर ही दम लूंगा: अरविंद केजरीवाल

 


कच्ची कॉलोनियों की रजिस्ट्री कराकर ही दम लूंगा: अरविंद केजरीवाल


कच्ची कॉलोनियों को नियमित कराकर ही दम लूंगा। रजिस्ट्री होने तक किसी भी राजनीतिक पार्टियों पर भरोसा करने की जरूरत नहीं क्योंकि राजनीतिक पार्टियां पहले भी धोखा दे चुकी हैं। पांच साल पहले कसम खाई थी कि कच्ची कॉलोनियों को नियमित करूंगा। यह बातें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने संत नगर, बुराड़ी में ढाई सौ किलोमीटर सीवर लाइन बिछाने के काम को शुरू करने के मौके पर कहीं। 


 

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर भाजपा पर भी निशाना साधा। कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा पिछले दो महीने से सुनने को मिल रहा है कि कॉलोनियों को पक्का कराएंगे। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि पांच साल में क्यों नहीं कराए। दिल्ली सरकार पिछले पांच साल नाली, सड़क बनवा रही थी तो केंद्र सरकार कहां थी। चुनाव नजदीक आता देख भाजपा को अब कच्ची कॉलोनियों की याद आ रही है।

रजिस्ट्री देने पर भाजपा क्यों चुप है। बड़ी संख्या में उपस्थिति लोगों के बीच मुख्यमंत्री ने कहा कि चिंता न करें रजिस्ट्री भी दिलवाऊंगा और विकास भी करूंगा। कच्ची कॉलोनियों को अधिकृत करने की वे फाइल रोकते थे, मैं लड़-लड़कर काम कराता था। उपराज्यपाल कार्यालय में इसके लिए धरना देना पड़ा। कच्ची कॉलोनियों की रजिस्ट्री पर केंद्र सरकार की नीयत खराब है। 

दिल्ली में सरकार बनने के साथ ही 12 नवंबर 2015 को कच्ची कॉलोनियों को वैध करने का प्रस्ताव भेजा। फिर 4 साल लगातार रजिस्ट्री के लिए संघर्ष किया, दबाव बनाया। अभी तक हाथ में रजिस्ट्री देने की बात कोई नहीं कर रहा। चैंन की सांस तभी लेंगे जब लोगों को रजिस्ट्री मिलने लगेगी। 

पहली बार किसी सरकार ने बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा कराई
इस मौके पर केजरीवाल ने लोगों से पूछा कि क्या किसी सरकार ने तीर्थ यात्रा कराई। लोगों ने ना में जवाब दिया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली बार कोई सरकार अपने बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा करा रही। तीर्थ यात्रा से लौटे लोगों ने मुझे श्रवण कुमार का चित्र तक भेंट किया। 70 साल में किसी ने तीर्थ यात्रा कराने की सोची तक नहीं। 

कच्ची कॉलोनियों का कायापलट किया
मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्ना आंदोलन के बाद दिल्ली की गलियों में घूमा। कच्ची कॉलोनियां रहने लायक नहीं थी। लोगों के घरों में बारिश का पानी चला जाता था। सड़कें नहीं थी। आलम यह था कि लोगों के लड़कों की शादी तक नहीं होती थी। लड़की वाले आते थे और कच्ची कॉलोनियों का हाल देखकर लौट जाते थे। 

कच्ची कॉलोनी में रहने वालों के साथ सौतेला व्यवहार होता था। दिल्ली सरकार ने सुध लेकर मूलभूत सुविधा से सभी कच्ची कॉलोनियों को लैस किया। बसों में महिलाओं की फ्री यात्रा की सुविधा दी गई। दो सौ फ्री यूनिट बिजली का विरोध करने के बावजूद उपभोक्तओं को यह सुविधा दी गई। पुरानी पार्टियां गरीब से वोट लेकर अमीर का काम करती थी। आम आदमी पार्टी की सरकार ने स्कूल-अस्पताल में मुफ्त व्यवस्था करने का काम किया। 

साढ़े तीन लाख परिवार को फायदा होगा
बुराड़ी में सीवर लाइन डाले जाने से इलाके में रहने वाले करीब साढ़े पांच लाख परिवार को फायदा मिलेगा। दिल्ली जल बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार बुराड़ी के संत नगर इलाकें में सीवर लाईन डाले जाने से यमुना में प्रदूषण कम होगा। इस योजना के तहत संत नगर समूह कालोनियों में सीवर डाला जाएगा। 

32 कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को इसका फायदा मिलेगा। मुकंदपुर गांव में भी सीवर डालने का काम शुरू किया गया है। यहां जमीन के अंदर और बाहर सीवर लाईन डाली जाएगी। सीवेज बुराड़ी पंप हाउस से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट भेजा जाएगा। 250 करोड़ रुपये की लागत से इस काम को 36 महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।