शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी मध्यस्थों-पुलिस से वार्ता को तैयार

 


शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी मध्यस्थों-पुलिस से वार्ता को तैयार



नई दिल्ली। शाहीन बाग में सुप्रीम कोर्ट द्वारा मध्यस्थ तय किए जाने के बाद प्रदर्शनकारी बातचीत को तैयार थे, लेकिन पुलिस से वार्ता को राजी नहीं थे। अब प्रदर्शनकारियों ने पुलिस अधिकारियों से भी वार्ता के लिए हामी भर दी है। मंगलवार सुबह से सुप्रीम कोर्ट के मध्यस्थों के शाहीन बाग पहुंचने की सूचना पर वहां अफरातफरी का माहौल था। हालांकि, स्थिति स्पष्ट होने के बाद प्रदर्शनकारी शांत हो गए।
 

शाहीन बाग पर नियुक्त हुए तीन वार्ताकार नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के प्रदर्शनकारियों से बातचीत के लिए जाएंगे। इससे पहले टीम के तीनों सदस्य चर्चा कर बातचीत की योजना तैयार करेंगे। इसे लेकर सदस्य संजय हेगड़े के आवास पर मंगलवार को बैठक होगी। इसमें साधना रामचंद्रन और पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त वजाहत हबीबुल्लाह शामिल होंगे। सुप्रीम कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 24 फरवरी की तारीख तय की है।
ये है मामला
नंदकिशोर गर्ग और अमित साहनी ने जनहित याचिका दायर कर कालिंदी कुंज के पास शाहीन बाग से प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए केंद्र और अन्य सक्षम एजेंसी को निर्देशित करने की अपील की थी। याचिका में कहा गया है कि प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली और नोएडा को जोड़ने वाली सार्वजनिक सड़क को अवरुद्ध कर रखा है। मामले में कोर्ट ने सुनवाई करते हुए 17 फरवरी को तीन वार्ताकारों को लोगों से सड़क खाली करने के लिए बातचीत करने के लिए नियुक्त किया है।
कौन करेगा मध्यस्थों से बातचीत
शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन में कोई बड़ा नाम नेतृत्व नहीं कर रहा है, जिस कारण प्रदर्शनकारियों के मन में यह सवाल है कि वार्ताकारों से बात करेगा कौन? लोगों ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद खुशी जताई थी लेकिन नेतृत्व ना होने के कारण हर प्रदर्शनकारी मध्यस्थों से बात करना चाहता है। धरने की पहचान बन चुकी दादियां भी मध्यस्थों से बात करना चाहती हैं।